मोबाइल पर सावधान सुन-सुनकर परेशान पूर्व विधायक ने कहा – अमिताभ बच्चन को चुप कराओ
‘सावधान!’ सुन-सुनकर परेशान विधायक ने कहा – अमिताभ को चुप कराओ!
सदी के महानायक की आवाज से शुरू हुई कॉल की बहस, केंद्रीय मंत्री सिंधिया को सौंपा गया ज्ञापन
सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की भारी-भरकम आवाज ने फिल्मों में तो करोड़ों दिलों को जीत लिया, लेकिन अब यही आवाज मोबाइल कॉल पर कुछ नेताओं की नींद उड़ाने लगी है!
ताजा मामला इंदौर से है, जहां बीजेपी के पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता जी साइबर क्राइम से कम और 'साइबर वॉइस' से ज़्यादा परेशान हो गए हैं। उनके अनुसार, जब भी किसी को फोन लगाया जाता है, "सावधान रहें! साइबर अपराध से बचें..." कहते हुए महानायक की गंभीर आवाज गूंजती है – और बस वहीं से शुरू होता है उनका सिरदर्द।
क्या जरूरत है इतना भारी आवाज में डराने की?
पूर्व विधायक जी का सवाल वाजिब है – कॉल करने से पहले ही ऐसा लगने लगता है जैसे कोई अपराधी हमें पकड़ने आ रहा हो। उन्होंने यह मुद्दा अब सीधे केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के दरबार में रख दिया है।
इंदौर में स्वच्छता की समीक्षा बैठक के बाद सुदर्शन गुप्ता जी ने केंद्रीय मंत्री को एक ज्ञापन सौंपा – नहीं-नहीं, ये कोई मामूली ज्ञापन नहीं था! इसमें मांग की गई कि "अमिताभ बच्चन की साइबर चेतावनी वाली आवाज को तुरंत बंद करवाया जाए।"
ज्ञापन सौंपने का अंदाज़ भी कुछ फिल्मी था – मंत्री सिंधिया जी ने ज्ञापन को अपने कंधे पर रखा, फिर उस पर सिग्नेचर ठोंके और तुरंत विभाग को फॉरवर्ड कर दिया। मानो कह रहे हों – "ये जो दर्द है, ये आवाज का दर्द है..."
पूर्व विधायक जी ने शिकायत में साफ कहा कि:
- कॉल करने में देरी होती है,
- कई बार कॉल कनेक्ट नहीं हो पाता,
- और अमिताभ की आवाज सुनते-सुनते तो कॉल करने का मन ही बदल जाता है।
अब सवाल ये उठता है कि क्या बच्चन साहब की आवाज ही हमारी टेली-कम्युनिकेशन समस्या की जड़ है? क्या कॉल ड्रॉप का इलाज आवाज बदलना है?
और अगर बच्चन साहब की आवाज हटेगी तो फिर किसकी लगेगी?
क्या शक्ति कपूर की “Aaaooo…”,
या रजनीकांत का “Style-lu!”
या फिर मुन्ना भाई का “Tension नॉट लेने का रे बाबू…”?
जनता कन्फ्यूज है, टेलीकॉम विभाग सन्न है, और अमिताभ बच्चन फिलहाल चुप हैं।
इस पूरे घटनाक्रम ने सोशल मीडिया पर भी खूब फॉल-ट्रैफिक बटोरी है। एक यूज़र ने मजाक में लिखा –
अब मोबाइल में बच्चन नहीं बजेंगे, तो क्या शर्मा जी की रिंगटोन सुनें?
वहीं एक अन्य ने तो सुझाव भी दे डाला –
कॉल से पहले अनुपम खेर की मोटिवेशनल स्पीच या आलोक नाथ का आशीर्वाद सुनवा दो!
फिलहाल, केंद्रीय मंत्री सिंधिया जी ने "आवाज बंद कराने" का आश्वासन देकर पूर्व विधायक की पीड़ा को थोड़ी राहत जरूर दी है। लेकिन टेलीकॉम सिस्टम से "बच्चन हटाओ" आंदोलन कितनी दूर जाएगा, यह आने वाला समय बताएगा।
तब तक कॉल करने से पहले तैयार रहिए – कहीं सदी के महानायक फिर से न गूंज उठें…!
