सीहोर स्टोन क्रेशर हड़ताल
🚨 सीहोर: स्टोन क्रेशर उद्योग ठप 🚧
जिला एसोसियेशन की अनिश्चितकालीन हड़ताल, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
📢 निर्माण कार्यों पर गहराया संकट

सीहोर जिले के स्टोन क्रेशर उद्योग से जुड़े व्यवसायियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है। जिला स्टोन क्रेशर एसोसियेशन ने सरकार की नई नीतियों के विरोध में सप्लाई और उत्पादन पूरी तरह बंद कर दिया है, जिससे जिले में निर्माण कार्यों पर भी असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है।

एसोसियेशन ने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द मांगें नहीं मानी गईं, तो यह आंदोलन और अधिक उग्र रूप ले सकता है।

"हमारी मांगें जायज़ हैं। अगर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन का रूप और बड़ा होगा।" — स्टोन क्रेशर एसोसियेशन

क्रेशर मालिकों का कहना है कि सरकार की नई खनिज नीतियाँ इस उद्योग को पूरी तरह खत्म कर देंगी। इसके कारण न केवल क्रेशर मालिकों बल्कि उनसे जुड़े सैकड़ों मजदूरों की आजीविका पर संकट आ गया है।

एसोसियेशन ने कहा कि उद्योग पहले से ही आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहा है और अब नए नियमों ने व्यवसाय को अव्यवहारिक और घाटे का सौदा बना दिया है। इसीलिए मजबूर होकर उन्हें हड़ताल का रास्ता अपनाना पड़ा।

प्रभावित क्षेत्रों में सप्लाई बंद होने से सरकारी निर्माण कार्य, निजी भवन निर्माण, सड़क परियोजनाएं सब कुछ ठप होने की आशंका है।

📍 प्रशासन के सामने चुनौती: कैसे बहाल होगा संतुलन?

स्थानीय प्रशासन ने ज्ञापन प्राप्त कर स्थिति की जानकारी शासन तक भेजने की बात कही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है।

जिला प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन गया है कि वह निर्माण कार्यों को प्रभावित होने से कैसे रोके और उद्योग से जुड़े लोगों की मांगों का समाधान कैसे करे।