वॉशिंगटन/तेहरान।

मध्य पूर्व में तनाव एक बार फिर अपने चरम पर है। ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर हुए कथित अमेरिकी हमलों के बाद अब अमेरिका की ओर से खुली चेतावनी सामने आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका ने ईरान को अल्टीमेटम दे दिया है – अगर अयातुल्ला खामेनेई नहीं माने, तो और भी बड़े हमले होंगे।

तीन परमाणु साइट्स पर हमला – बड़ा सैन्य एक्शन?

वीडियो में दावा किया गया है कि अमेरिका ने ईरान की फ़ोर्डो, नतांज और इस्फ़हान जैसी रणनीतिक न्यूक्लियर साइट्स को निशाना बनाया। यह हमले सटीक तरीके से ड्रोन और मिसाइल के ज़रिए किए गए, जिनका उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकना बताया जा रहा है।

खामेनेई को चेतावनी: “अब बहुत हो चुका है!”

अमेरिका के रुख में अब कोई नरमी नहीं दिखाई दे रही। वीडियो विश्लेषण के अनुसार, अमेरिकी खुफिया तंत्र और सुरक्षा सलाहकारों ने ईरान को यह स्पष्ट संकेत दिया है कि यदि ईरान परमाणु हथियारों की दिशा में अपने कदम नहीं रोकता, तो आगे और भी अधिक विनाशकारी हमले हो सकते हैं।

मुस्लिम देशों में चिंता, इज़राइल की प्रतिक्रिया का इंतज़ार

ईरान पर हमले की ख़बरों के बाद मध्यपूर्व में तनाव की लहर दौड़ गई है। सऊदी अरब, इराक, क़तर जैसे देशों में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। वहीं इज़राइल की ओर से कोई औपचारिक बयान नहीं आया है, लेकिन उसके सैन्य हलकों में हलचल देखी जा रही है।

क्या यह तीसरे विश्वयुद्ध की आहट है?

राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर यह हमला आधिकारिक तौर पर पुष्टि पाता है, तो यह संघर्ष सीधे तौर पर ईरान बनाम अमेरिका-इज़राइल गुट में बदल सकता है। खाड़ी देश इस स्थिति से सबसे ज़्यादा प्रभावित हो सकते हैं।

भारत की प्रतिक्रिया पर सबकी नजरें

भारत सरकार ने अभी तक इस घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, विदेश मंत्रालय सतर्क है और कूटनीतिक स्तर पर पूरी स्थिति की निगरानी कर रहा है। भारत की ऊर्जा सुरक्षा भी

 इस पूरे मामले से प्रभावित हो सकती है।