सीहोर | 21 जून 2025

 रिपोर्टिंग इंडिया न्यूज डेस्क


जिले के भेरुंदा में कीटनाशक दुकानों पर की गई प्रशासनिक कार्रवाई ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। एसोसिएशन अध्यक्ष अनिल अग्रवाल के नेतृत्व में व्यापारियों ने इस कार्रवाई को द्वेषपूर्ण और एकतरफा करार देते हुए एक दिवसीय हड़ताल की घोषणा की। शुक्रवार को जिले की सभी कीटनाशक दुकानें पूरी तरह बंद रहीं, जिससे किसानों और विक्रेताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।


 व्यापारियों का आरोप – टारगेट करके की गई छापेमारी

व्यापारियों का कहना है कि कृषि विभाग और स्थानीय प्रशासन ने बिना किसी ठोस सूचना के कुछ चुनिंदा दुकानों पर छापेमारी की, जिसमें कई दुकानों से दस्तावेज और सैंपल जब्त किए गए। व्यापार मंडल का आरोप है कि यह कार्रवाई नियमानुसार न होकर पूर्वनियोजित और पक्षपातपूर्ण थी।


 प्रशासन का पक्ष – “यह केवल नियमित जांच थी”

वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने इन आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि यह कार्रवाई नियमित जांच प्रक्रिया का हिस्सा थी, जिसका उद्देश्य केवल यह सुनिश्चित करना था कि दुकानों में मंजूरशुदा उत्पाद ही बेचे जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह जांच किसी व्यक्ति विशेष को निशाना बनाकर नहीं की गई।


 अनिल अग्रवाल ने क्या कहा?

एसोसिएशन अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा –


> “व्यापारियों को बिना किसी पूर्व सूचना के इस तरह डराने-धमकाने का प्रयास किया गया। हम इस कार्रवाई का कड़ा विरोध करते हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा तो हम आगे भी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।”


 प्रभाव – किसान भी हुए परेशान

शुक्रवार को दुकानें बंद रहने के कारण कई किसान कीटनाशक खरीद नहीं पाए और उन्हें खेतों की दवा टालनी पड़ी। यह स्थिति यदि बनी रही तो फसलों पर असर पड़ने की आशंका भी जताई जा रही है।


क्या होगा आगे?

व्यापारी संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर जांच की पारदर्शिता नहीं सुनिश्चित की गई तो आने वाले दिनों में जिला स्तर पर बड़ा आंदोलन किया जा सकता है। वहीं प्रशासन भी अब सभी दुकानों की नियमित जांच की बात कर रहा है।


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