पंचायत सचिवों ने अपनी मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन, कहा- समस्याओं का शीघ्र समाधान करें सरकार"
Reporting india - June 23, 2025

पंचायत सचिवों ने सौंपा ज्ञापन
🔴 पंचायत सचिवों ने अपनी मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन, सरकार से शीघ्र समाधान की अपील 🔴

पंचायत सचिवों ने अपनी मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन

कहा- समस्याओं का शीघ्र समाधान करें सरकार

सीहोर।
मध्यप्रदेश पंचायत सचिव संयुक्त मोर्चा के बैनर तले पंचायत सचिवों ने अपनी लंबे समय से लंबित मांगों और ज्वलंत समस्याओं को लेकर जिला कलेक्टर सीहोर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में पंचायत सचिवों ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए सरकार से मांग की कि उन्हें सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए और विभिन्न सुविधाओं का लाभ दिया जाए।

ज्ञापन में मुख्य मांगें इस प्रकार हैं:

  • 1. शासकीयकरण की माँग: प्रदेश के लगभग 23,000 पंचायत सचिव वर्षों से संविदा पद पर कार्य कर रहे हैं। पंचायतों के प्रशासनिक ढांचे की रीढ़ बन चुके इन सचिवों ने मांग की है कि उन्हें स्थायी शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए।
  • 2. समयमान वेतनमान: पंचायती राज विभाग के कर्मचारियों की तरह पंचायत सचिवों को भी समयमान वेतनमान का लाभ मिलना चाहिए। वर्षों की सेवा के बाद भी इन्हें वेतन वृद्धि का लाभ नहीं मिल रहा।
  • 3. प्रोत्साहन राशि व निर्माण कार्य प्रभार: सचिवों ने बताया कि उन्हें मनरेगा और पंचायत निर्माण कार्यों के लिए निर्धारित ₹2500 की प्रोत्साहन राशि नियमित रूप से प्राप्त नहीं हो रही है। साथ ही ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य की जिम्मेदारी भी उन्हें ही दी जाती है।
  • 4. गृह भाड़ा भत्ता: जो सचिव अन्य जिलों की पंचायतों में पदस्थ हैं, उन्हें गृह भाड़ा भत्ता प्रदान किया जाए क्योंकि वे अपने गृह स्थान से दूर सेवा दे रहे हैं।
  • 5. वेतन भुगतान में विलंब: सचिवों को कई बार वेतन तीन-तीन महीने तक नहीं मिल पाता। विभाग द्वारा एक तारीख को वेतन भुगतान सुनिश्चित कराने के निर्देश जारी किए जाएं।
  • 6. दुर्घटना बीमा योजना: पंचायत सचिवों के लिए ₹5 लाख की दुर्घटना बीमा योजना लागू करने की मांग की गई है।
  • 7. अनुकंपा नियुक्ति: पूर्व में मृत पंचायत सचिवों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिली है। मोर्चा ने आग्रह किया है कि इस संबंध में नीति बनाई जाए।
  • 8. सेवा समाप्ति एवं पेंशन संबंधी माँग: पंचायत सचिवों को सेवानिवृत्ति के पश्चात पेंशन, ग्रैच्युटी और अन्य लाभ दिए जाएं। 3 लाख रुपये की एकमुश्त सम्मान राशि की भी माँग की गई है।

संघ ने यह भी अनुरोध किया है कि आयुष्मान पोर्टल पर पंचायत सचिवों को सूचीबद्ध कर उनके व उनके परिजनों को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जाए।

1500 करोड़ के हाईवे घोटाले पर गरजी कांग्रेस! – श्योपुर में सड़क पर उतरे कार्यकर्ता, भाजपा के बड़े नेता पर लगाए गंभीर आरोप"
Reporting india - June 22, 2025

👉 1500 करोड़ के हाईवे निर्माण में भारी गड़बड़ी का आरोप
👉 कांग्रेस ने NHAI की निर्माण कंपनी पर लगाया घटिया निर्माण का आरोप
👉 जिलाध्यक्ष बोले – भाजपा का बड़ा नेता इस घोटाले में शामिल
👉 प्रशासन पर मूकदर्शक बने रहने का आरोप
👉 महामहिम राष्ट्रपति के नाम सौंपा गया ज्ञापन
श्योपुर हाईवे घोटाले पर कांग्रेस का हंगामा
🔴 ब्रेकिंग न्यूज़: 1500 करोड़ के हाईवे घोटाले पर गरजी कांग्रेस, भाजपा नेता पर गंभीर आरोप, श्योपुर में सड़क पर उतरे कार्यकर्ता 🔴
1500 करोड़ के हाईवे घोटाले पर गरजी कांग्रेस! – श्योपुर में सड़क पर उतरे कार्यकर्ता, भाजपा के बड़े नेता पर लगाए गंभीर आरोप

श्योपुर | ब्रेकिंग न्यूज़ |
श्योपुर शहर में नेशनल हाइवे के घटिया निर्माण को लेकर सियासी बवाल मच गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की निर्माण कंपनी पर सड़क निर्माण में भारी भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतर आई।

पाली रोड स्थित सेंट पायस स्कूल के सामने कांग्रेस जिलाध्यक्ष अतुल चौहान के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जमकर धरना और विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस का आरोप है कि करीब 1500 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे हाईवे में बड़े पैमाने पर घटिया सामग्री का इस्तेमाल हो रहा है और निर्माण में मनमानी की जा रही है।

मौके पर सूचना मिलते ही पहुंचे एसडीएम बीएस श्रीवास्तव को कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने सड़क और नाले के निर्माण में हो रही अनियमितताओं से अवगत कराया और साफ आरोप लगाया कि —

"इस घोटाले में भाजपा के एक बड़े नेता या मंत्री की मिलीभगत है, इसलिए प्रशासन चुप बैठा है।"

कांग्रेस ने इस पूरे प्रकरण को देश के राष्ट्रपति तक पहुँचाने का ऐलान करते हुए महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन भी एसडीएम को सौंपा।

👉 मुख्य बातें:
  • 1500 करोड़ के हाईवे निर्माण में भारी गड़बड़ी का आरोप
  • कांग्रेस ने NHAI की निर्माण कंपनी पर लगाया घटिया निर्माण का आरोप
  • जिलाध्यक्ष बोले – भाजपा का बड़ा नेता इस घोटाले में शामिल
  • प्रशासन पर मूकदर्शक बने रहने का आरोप
  • महामहिम राष्ट्रपति के नाम सौंपा गया ज्ञापन

मोबाइल पर सावधान सुन-सुनकर परेशान पूर्व विधायक ने कहा – अमिताभ बच्चन को चुप कराओ
Reporting india - June 22, 2025

अमिताभ की आवाज से परेशान पूर्व विधायक
🔴 ब्रेकिंग न्यूज़: ‘सावधान!’ सुन-सुनकर परेशान पूर्व विधायक ने केंद्रीय मंत्री से कहा – “अमिताभ बच्चन की आवाज बंद कराओ!” 🔴

‘सावधान!’ सुन-सुनकर परेशान विधायक ने कहा – अमिताभ को चुप कराओ!

सदी के महानायक की आवाज से शुरू हुई कॉल की बहस, केंद्रीय मंत्री सिंधिया को सौंपा गया ज्ञापन

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की भारी-भरकम आवाज ने फिल्मों में तो करोड़ों दिलों को जीत लिया, लेकिन अब यही आवाज मोबाइल कॉल पर कुछ नेताओं की नींद उड़ाने लगी है!

ताजा मामला इंदौर से है, जहां बीजेपी के पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता जी साइबर क्राइम से कम और 'साइबर वॉइस' से ज़्यादा परेशान हो गए हैं। उनके अनुसार, जब भी किसी को फोन लगाया जाता है, "सावधान रहें! साइबर अपराध से बचें..." कहते हुए महानायक की गंभीर आवाज गूंजती है – और बस वहीं से शुरू होता है उनका सिरदर्द।

क्या जरूरत है इतना भारी आवाज में डराने की?

पूर्व विधायक जी का सवाल वाजिब है – कॉल करने से पहले ही ऐसा लगने लगता है जैसे कोई अपराधी हमें पकड़ने आ रहा हो। उन्होंने यह मुद्दा अब सीधे केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के दरबार में रख दिया है।

इंदौर में स्वच्छता की समीक्षा बैठक के बाद सुदर्शन गुप्ता जी ने केंद्रीय मंत्री को एक ज्ञापन सौंपा – नहीं-नहीं, ये कोई मामूली ज्ञापन नहीं था! इसमें मांग की गई कि "अमिताभ बच्चन की साइबर चेतावनी वाली आवाज को तुरंत बंद करवाया जाए।"

ज्ञापन सौंपने का अंदाज़ भी कुछ फिल्मी था – मंत्री सिंधिया जी ने ज्ञापन को अपने कंधे पर रखा, फिर उस पर सिग्नेचर ठोंके और तुरंत विभाग को फॉरवर्ड कर दिया। मानो कह रहे हों – "ये जो दर्द है, ये आवाज का दर्द है..."

पूर्व विधायक जी ने शिकायत में साफ कहा कि:

  • कॉल करने में देरी होती है,
  • कई बार कॉल कनेक्ट नहीं हो पाता,
  • और अमिताभ की आवाज सुनते-सुनते तो कॉल करने का मन ही बदल जाता है।

अब सवाल ये उठता है कि क्या बच्चन साहब की आवाज ही हमारी टेली-कम्युनिकेशन समस्या की जड़ है? क्या कॉल ड्रॉप का इलाज आवाज बदलना है?

और अगर बच्चन साहब की आवाज हटेगी तो फिर किसकी लगेगी?
क्या शक्ति कपूर की “Aaaooo…”,
या रजनीकांत का “Style-lu!
या फिर मुन्ना भाई का “Tension नॉट लेने का रे बाबू…”?

जनता कन्फ्यूज है, टेलीकॉम विभाग सन्न है, और अमिताभ बच्चन फिलहाल चुप हैं।

इस पूरे घटनाक्रम ने सोशल मीडिया पर भी खूब फॉल-ट्रैफिक बटोरी है। एक यूज़र ने मजाक में लिखा –

अब मोबाइल में बच्चन नहीं बजेंगे, तो क्या शर्मा जी की रिंगटोन सुनें?

वहीं एक अन्य ने तो सुझाव भी दे डाला –

कॉल से पहले अनुपम खेर की मोटिवेशनल स्पीच या आलोक नाथ का आशीर्वाद सुनवा दो!

फिलहाल, केंद्रीय मंत्री सिंधिया जी ने "आवाज बंद कराने" का आश्वासन देकर पूर्व विधायक की पीड़ा को थोड़ी राहत जरूर दी है। लेकिन टेलीकॉम सिस्टम से "बच्चन हटाओ" आंदोलन कितनी दूर जाएगा, यह आने वाला समय बताएगा।

तब तक कॉल करने से पहले तैयार रहिए – कहीं सदी के महानायक फिर से न गूंज उठें…!

सोशल मीडिया पर पनपा प्यार, दो साल का रिश्ता… और फिर खौफनाक अंत!
Reporting india - June 22, 2025


  

ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझी,सतकुंडा जंगल में मिली युवती की लाश का राज़ खुला – प्रेमी ने ही की थी खौफनाक हत्या!


  सीहोर थाना बुदनी से बड़ी सनसनीखेज खबर सामने आई है तीन दिन पुरानी महिला की लाश मिलने से हड़कंप मचा था, लेकिन बुदनी पुलिस ने इस रहस्य से पर्दा उठा दिया है। अज्ञात महिला की हत्या के इस ब्लाइंड केस को महज कुछ ही दिनों में सुलझाकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।



15 जून को बुदनी के सतकुंडा के घने जंगलों में एक अज्ञात युवती की सड़ी-गली लाश मिलने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। शव की हालत देखकर अंदाज़ा लगाया गया कि उसकी हत्या धारदार हथियार से की गई है।


पुलिस टीम ने आसपास के जिलों में दर्ज गुमशुदगी की रिपोर्टों से शव की पहचान करने की कोशिश की। आखिरकार बैतूल जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र की गुमशुदा युवती अंकिता पिता सुरेश पाटिल, उम्र 21 वर्ष के रूप में शिनाख्त हुई।


परिजनों ने बताया कि अंकिता पिछले कुछ समय से कृष्णकांत उर्फ छोटू निवासी गुरगुंदा के संपर्क में थी, और वो शादी का दबाव बना रही थी।


 

पूछताछ में कृष्णकांत ने जो खुलासा किया, वह दिल दहला देने वाला था। उसने बताया कि वह शादी के दबाव से परेशान था। उसने अंकिता को शादी के बहाने बुलाया और उसे सतकुंडा के सुनसान जंगलों में ले जाकर पत्थर और छुरी से कई बार वार कर उसकी निर्मम हत्या कर दी।


 सबूत भी हुए बरामद – आरोपी गिरफ्तार

घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, खून से सनी छुरी, अंकिता का मोबाइल और अन्य दस्तावेज भी जब्त कर लिए गए हैं।

आरोपी कृष्णकांत उर्फ देव (उम्र 23 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया।

ईरान को अमेरिका की खुली धमकी! खामेनेई नहीं माने तो और बड़े हमले होंगे – दावा
Reporting india - June 21, 2025



वॉशिंगटन/तेहरान।

मध्य पूर्व में तनाव एक बार फिर अपने चरम पर है। ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर हुए कथित अमेरिकी हमलों के बाद अब अमेरिका की ओर से खुली चेतावनी सामने आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका ने ईरान को अल्टीमेटम दे दिया है – अगर अयातुल्ला खामेनेई नहीं माने, तो और भी बड़े हमले होंगे।

तीन परमाणु साइट्स पर हमला – बड़ा सैन्य एक्शन?

वीडियो में दावा किया गया है कि अमेरिका ने ईरान की फ़ोर्डो, नतांज और इस्फ़हान जैसी रणनीतिक न्यूक्लियर साइट्स को निशाना बनाया। यह हमले सटीक तरीके से ड्रोन और मिसाइल के ज़रिए किए गए, जिनका उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकना बताया जा रहा है।

खामेनेई को चेतावनी: “अब बहुत हो चुका है!”

अमेरिका के रुख में अब कोई नरमी नहीं दिखाई दे रही। वीडियो विश्लेषण के अनुसार, अमेरिकी खुफिया तंत्र और सुरक्षा सलाहकारों ने ईरान को यह स्पष्ट संकेत दिया है कि यदि ईरान परमाणु हथियारों की दिशा में अपने कदम नहीं रोकता, तो आगे और भी अधिक विनाशकारी हमले हो सकते हैं।

मुस्लिम देशों में चिंता, इज़राइल की प्रतिक्रिया का इंतज़ार

ईरान पर हमले की ख़बरों के बाद मध्यपूर्व में तनाव की लहर दौड़ गई है। सऊदी अरब, इराक, क़तर जैसे देशों में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। वहीं इज़राइल की ओर से कोई औपचारिक बयान नहीं आया है, लेकिन उसके सैन्य हलकों में हलचल देखी जा रही है।

क्या यह तीसरे विश्वयुद्ध की आहट है?

राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर यह हमला आधिकारिक तौर पर पुष्टि पाता है, तो यह संघर्ष सीधे तौर पर ईरान बनाम अमेरिका-इज़राइल गुट में बदल सकता है। खाड़ी देश इस स्थिति से सबसे ज़्यादा प्रभावित हो सकते हैं।

भारत की प्रतिक्रिया पर सबकी नजरें

भारत सरकार ने अभी तक इस घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, विदेश मंत्रालय सतर्क है और कूटनीतिक स्तर पर पूरी स्थिति की निगरानी कर रहा है। भारत की ऊर्जा सुरक्षा भी

 इस पूरे मामले से प्रभावित हो सकती है।

ईरान पर अमेरिका का हमला? ट्रंप का बड़ा खुलासा, मुस्लिम देशों में मचा हड़कंप!
Reporting india - June 21, 2025



 ईरान पर अमेरिका का हमला? ट्रंप का बड़ा खुलासा, मुस्लिम देशों में मचा हड़कंप!

मध्य पूर्व में फिर से तनाव की आहट, अमेरिकी हमले की आशंका से ईरान और उसके पड़ोसी देशों की नींद उड़ी हुई है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक बड़े खुलासे के बाद पूरे मुस्लिम विश्व में हलचल मच गई है।

क्या हुआ है मामला?

सूत्रों के अनुसार, ईरान की एक कथित न्यूक्लियर साइट पर हाल ही में एयर स्ट्राइक की खबरें सामने आई हैं। इस हमले के पीछे अमेरिका का हाथ होने का दावा किया जा रहा है। हालांकि आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और सैटेलाइट फुटेज इस ओर इशारा कर रहे हैं कि टारगेट एक संवेदनशील परमाणु सुविधा थी।

ट्रंप का चौंकाने वाला बयान

इस पूरे घटनाक्रम के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने इस तरह की कार्रवाई को "जरूरी और रणनीतिक" बताया है। ट्रंप ने कहा कि "ईरान को न्यूक्लियर बम तक पहुंचने से रोकना अब समय की मांग है, चाहे इसके लिए जो भी कदम उठाना पड़े।"

ट्रंप के इस बयान के बाद कूटनीतिक हलकों में हलचल बढ़ गई है।

मुस्लिम देशों की चिंता

ट्रंप की टिप्पणी और ईरान पर हुए हमले की खबरों से मध्य पूर्व के मुस्लिम देशों में बेचैनी फैल गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटनाक्रम से पूरे इलाके में तनाव और संघर्ष की नई लहर उठ सकती है। खासकर सऊदी अरब, तुर्की और पाकिस्तान जैसे देश सुरक्षा को लेकर सतर्क हो गए हैं।

क्या यह नया युद्ध शुरू होने की आहट है?

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घटनाक्रम ईरान बनाम अमेरिका-इजराइल संघर्ष को फिर से सतह पर ला सकता है। पहले से ही इजराइल और ईरान के रिश्तों में तल्खी है, और अब अमेरिका की कथित संलिप्तता स्थिति को और जटिल बना रही है।

अब आगे क्या?

ईरान की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक जवाब नहीं आया है, लेकिन अटकलें हैं कि ईरान इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठा सकता है। यदि ईरान की प्रतिक्रिया आक्रामक होती है, तो यह संघर्ष व्यापक रूप ले सकता है।

नजरे अब ईरान की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं। क्या यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई थी या 

भविष्य की बड़ी जंग की शुरुआत?

पति की अर्थी पर मां-पिता के विलाप की लाइव रिपोर्ट सुनती रही पत्नी! राजा रघुवंशी मर्डर केस में दिल दहला देने वाला खुलासा
Reporting india - June 21, 2025



इंदौर | रिपोर्टिंग डेस्क

इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक और दिल दहला देने वाला खुलासा हुआ है। पति की हत्या की साजिश रचने वाली पत्नी सोनम रघुवंशी, न केवल अपने प्रेमी राज कुशवाह के साथ मिलकर इस खौफनाक वारदात को अंजाम देने की दोषी है, बल्कि उसके क्रूर इरादों की गहराई का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह राजा की अर्थी पर उसके मां-बाप के विलाप को भी मोबाइल पर सुनती रही।

 हत्या की प्लानिंग हनीमून पर!

29 वर्षीय राजा रघुवंशी ने 11 मई को सोनम से शादी की थी। 20 मई को दोनों हनीमून के लिए कामाख्या मंदिर दर्शन हेतु इंदौर से रवाना हुए। लेकिन 23 मई को राजा अचानक लापता हो गया, और 2 जून को उसका शव शिलांग की एक खाई में मिला।

 प्रेमी के साथ मिलकर रचा था खौफनाक खेल

शिलांग पुलिस की जांच में सामने आया है कि सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाह के साथ मिलकर राजा को रास्ते से हटाने की साजिश रची थी। हत्या को अंजाम देने के लिए विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को भी साथ जोड़ा गया।


 अर्थी तक की खबरें देती रही "लव स्टोरी"


जांच में चौंकाने वाला मोड़ तब आया, जब पुलिस को पता चला कि राज कुशवाह न सिर्फ सोनम के साथ संपर्क में था, बल्कि राजा रघुवंशी के अंतिम संस्कार तक की हर जानकारी मोबाइल पर सोनम को देता रहा। यहां तक कि जब राजा का शव 4 जून को इंदौर लाया गया, तो राज ही कफन लेकर घर पहुंचा।


वह घर के हर कोने में मौजूद था — फूलों की व्यवस्था कर रहा था, परिजनों को ढाढ़स बंधा रहा था — और वहीं दूसरी तरफ सोनम को फोन पर हर क्षण की रिपोर्टिंग भी कर रहा था।


 सीसीटीवी में भी कैद हुआ राज का ‘नाटक’


अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटा राज, सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गया। वह सफेद कपड़े (कफन) हाथ में लिए राजा के पिता अशोक रघुवंशी के पीछे खड़ा था। अशोक रघुवंशी ने इस दृश्य की पुष्टि करते हुए कहा,

"मैंने कफन उसके हाथ में देखा, तब नहीं जानता था कि यह मेरा बेटा मारने वाला इंसान है।"

 मां की आंखों से छलके आंसू, अब आया सच सामने

राजा की मां उमा रघुवंशी ने भी बयान दिया कि


 "राज के हाथ में सफेद कपड़ा था, मैंने बाद में वीडियो देखा तो पहचान लिया — वही है जिसने मेरी दुनिया उजाड़ दी।"


 23 मई की रात, शिपारा होम स्टे बना कत्लगाह


राजा और सोनम 22 मई को शिलांग के शिपारा होम स्टे में ठहरे थे। 23 मई को रात में राजा को मौत के घाट उतारकर शव को खाई में फेंक दिया गया।

शिलांग पुलिस ने 8-9 जून को सोनम, राज और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार कर हत्या की पूरी साजिश का खुलासा कर दिया।

राजा रघुवंशी की हत्या केवल एक मर्डर केस नहीं है, यह विश्वासघात, लालच और क्रूरता का वो चेहरा है जो रिश्तों के भरोसे को झकझोर देता है। मोबाइल पर लव-अपडेट से लेकर अर्थी तक की लाइव रिपोर्टिंग — यह घटना समाज को सवालों के कटघरे में खड़ा करती है।



कीटनाशक दुकानों पर छापेमारी से नाराज़ व्यापारी, एक दिन की हड़ताल पर गए | प्रशासन ने कहा – “यह केवल नियमित जांच थी”
Reporting india - June 20, 2025



 सीहोर | 21 जून 2025

 रिपोर्टिंग इंडिया न्यूज डेस्क


जिले के भेरुंदा में कीटनाशक दुकानों पर की गई प्रशासनिक कार्रवाई ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। एसोसिएशन अध्यक्ष अनिल अग्रवाल के नेतृत्व में व्यापारियों ने इस कार्रवाई को द्वेषपूर्ण और एकतरफा करार देते हुए एक दिवसीय हड़ताल की घोषणा की। शुक्रवार को जिले की सभी कीटनाशक दुकानें पूरी तरह बंद रहीं, जिससे किसानों और विक्रेताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।


 व्यापारियों का आरोप – टारगेट करके की गई छापेमारी

व्यापारियों का कहना है कि कृषि विभाग और स्थानीय प्रशासन ने बिना किसी ठोस सूचना के कुछ चुनिंदा दुकानों पर छापेमारी की, जिसमें कई दुकानों से दस्तावेज और सैंपल जब्त किए गए। व्यापार मंडल का आरोप है कि यह कार्रवाई नियमानुसार न होकर पूर्वनियोजित और पक्षपातपूर्ण थी।


 प्रशासन का पक्ष – “यह केवल नियमित जांच थी”

वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने इन आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि यह कार्रवाई नियमित जांच प्रक्रिया का हिस्सा थी, जिसका उद्देश्य केवल यह सुनिश्चित करना था कि दुकानों में मंजूरशुदा उत्पाद ही बेचे जा रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह जांच किसी व्यक्ति विशेष को निशाना बनाकर नहीं की गई।


 अनिल अग्रवाल ने क्या कहा?

एसोसिएशन अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा –


> “व्यापारियों को बिना किसी पूर्व सूचना के इस तरह डराने-धमकाने का प्रयास किया गया। हम इस कार्रवाई का कड़ा विरोध करते हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा तो हम आगे भी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।”


 प्रभाव – किसान भी हुए परेशान

शुक्रवार को दुकानें बंद रहने के कारण कई किसान कीटनाशक खरीद नहीं पाए और उन्हें खेतों की दवा टालनी पड़ी। यह स्थिति यदि बनी रही तो फसलों पर असर पड़ने की आशंका भी जताई जा रही है।


क्या होगा आगे?

व्यापारी संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर जांच की पारदर्शिता नहीं सुनिश्चित की गई तो आने वाले दिनों में जिला स्तर पर बड़ा आंदोलन किया जा सकता है। वहीं प्रशासन भी अब सभी दुकानों की नियमित जांच की बात कर रहा है।


रिपोर्टिंग इंडिया इस घटनाक्रम पर नज़र बनाए हुए है। ताज़ा अपडेट के लिए जुड़े रहें।

राजपूत समाज ने की बालिका की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की सीबीआई से जांच कराने की मांग
Reporting india - June 18, 2025

 



रिपोर्टर - खालिद खान

सर्व समाज के हजारों लोगों ने सड़क पर उतर कर

मांगा मगरदी खुर्द की मृतिका के लिए इंसाफ


पैदल मार्च निकालकर मुख्यमंत्री के नाम दिया डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन


सीहोर मगरदी घटना को लेकर सर्व समाज मंगलवार को एक जुट दिखाई दिया। राजपूत सर्व समाज के हजारों लोगों ने सीहोर में पैदल मार्च निकाला। मगरदी में बालिका की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की निष्पक्ष जांच सीबीआई से कराने और दोषी को कड़ी सजा देने सहित जातिगत टिप्पणियां को बंद कराने दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद उत्पन्न हुए दो समाजों के बीच मतभेदों को मिटाने सामाजिक सौहार्द को बढ़ाने की मांग की गई। टाउनहाल परिसर से कलेक्ट्रेट तक नारेबाजी करते हुए सर्व समाज के लोग पहुंचे और समाजसेवी गिरीश लालू बना के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर को दिया। हजारों लोगों की उपस्थिति में करणी सेना जिलाध्यक्ष ईश्वर सिंह राजपूत ने ज्ञापन का वाचन किया।


जिले के अहमदपुर थाना क्षेत्र के ग्राम मगरदीखुर्द थाना अहमदपुर के अंतर्गत संदिग्ध परिस्थितियों में बालिका का असमय स्वर्गवास हो गया था है, जिस पर से पुलिस थाना अहमदपुर द्वारा राजपूत समाज के दो युवाओं पर अपराध शंका के आधार पर पंजीबद्ध किया है। आरोपी दोंनो राजपूत समाज से है बिटिया  की अकास्मात मृत्यु को राजनीति का अखाड़ा बनाते हुए गौर समाज के कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा सम्पूर्ण राजपूत समाज पर, राजपूत समाज के प्रतिष्ठित एवं शांतिप्रीय लोगो पर भी टीका-टिप्पणी की जा रही है। राजपूत समाज के विरूद्ध अभद्र व्यवहार किया जा रहा है। सम्पूर्ण राजपूत समाज की छबी को धुमिल किया जा रहा है जिससे सम्पूर्ण समाजजन आहत है, दु:खी है तथा गौर समाज द्वारा विशेष रूप से टारगेट कर राजपूत समाज पर आरोप प्रत्यारोप लगाने से मानसिक तनाव भी हो रहा है।


सर्व समाज की बेटी हत्यारे को मिले सजा


समाजसेवी गिरीश लालू बना नेकहा कि मृतिका गौर समाज ही नहीं बल्कि राजपूत समाज तथा सर्व समाज की बेटी है, जिसे वास्तविक न्याय मिलना सम्पूर्ण हिन्दु समाज की अपेक्षा है। लेकिन राजनीतिक या अन्य कारणो से जो घटना वास्तविक रूप से घटित हुई है के विपरीत जाकर सम्पूर्ण राजपूत समाज को ही मामले में संलिप्त किया जा रहा है जिससे की वास्तविक घटना को छिपाया जा सके और असल आरोपीगण को बचाया जा सकें। ग्राम मगदरीखुर्द निवासी ओमप्रकाश सिंह आत्मज सजन सिंह एवं जगदीश सिंह आत्मज हटे सिंह द्वारा पुलिस अधीक्षक को घटना के सम्बंध में पत्र प्रस्तुत किया गया है। प्रदर्शन में भोपाल सीहेार राजगढ़ देवास शाजापुर, विदिशा रायसेन जिलों के लोग शामिल रहे।


आरोपियों के परिजनो ने बताई सच्चाई


आरोपियों के परिजन ओमप्रकाश सिंह और जगदीश सिंह ने बताया कि कुलदप और जगपाल पर मृतिका के पिता ने दुष्कर्म करने और जहर पिलाकर मारने का आरोपी लगाया गया है जबकी वारस्तविक घटना कुछ और ही है। सच यह है कि कुलदीप उर्फ कान्हा और बालिका की बात लम्बे समय से मोबाईल पर होती थी। परिजनों ने कहा कि 2 जून 2025 सोमवार रात गांव में लगभग 12:30 बजे मृतिका के पिता ने आकर आवाज लगाई की गैरिज के अंदर चोर है भारत सिंह के हाथ में डंडा था हम एवं हमारे साथ कई लोग पहुंचे यह हमने देखा कि भारत सिंह गैरिज को बंद कर के दरवाजे पर बैठा था। उसने कहा कि इस गैरिज के अंदर चोर है गांव वालों ने शटर खोला तो बालिका गैरिज में मिली।


हमीदिया अस्पताल में हुई थी मौत

बालिका से भारत सिंह ने कहा तू यहा क्या कर रही है मेरे साथ थाने चल और तेरे साथ कौन था उसकी रिर्पोट कर, बालिका ने थाने जाने से मना कर दिया। जिस के बाद भारत सिंह ने गांव वालों के समक्ष उसे बेल्ट से मारापीटा गांव वालों ने बचाव किया, फिर भारत सिंह अपनी लड़की को चिल्लाते हुये गुस्से में अपने घर ले गया। जिस के दो घटे बाद भारत सिंह ने नरेन्द्र सिंह के घर आकर कहा कि लड़की ने जहर खा लिया है आपकी कार से उसे अस्पताल लेकर चलते है। भोपाल पहुंचने पर नरेन्द्र ने बालिका को निजी अस्पताल ले जाने के लिए कहा लेकिन भारत सिंह ने मना कर दिया फिर नरेन्द्र केयरवेल अस्पताल भोपाल लेकर पहुंचा यहाँ पर भारत सिंह ने कहा दिया कि मरेगी तो मर जाएगी और यह से जबरन हमीदिया अस्पताल ले गया और ईलाज के दौरान बालिका की यह मृत्यु हो गई 

सीहोर में पत्रकारों का सब्र टूटा — और खबर बन गई
Reporting india - June 12, 2025


 

सीहोर में बीजेपी की ‘बेमिसाल’ देरी
सीहोर में बीजेपी की ‘बेमिसाल’ देरी, मंत्री जी न आए — पत्रकार बोले, हम ‘मोदी कार्यकाल’ नहीं, टाइम टेबल पर चलते हैं!
"11 साल बेमिसाल" का जश्न मनाने पहुंचे थे, पर 1 घंटे 15 मिनट का इंतज़ार मिसाल बन गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 सालों की "बेमिसाल" यात्रा को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने सीहोर के क्रिसेंट रिसोर्ट में एक पत्रकार वार्ता रखी थी, लेकिन कार्यक्रम ऐसा फिसला कि बेमिसाल की जगह ‘बे-हिसाब’ शब्द ज़्यादा सटीक लगने लगा।
मध्यप्रदेश के सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग को पत्रकारों से संवाद करना था। बीजेपी ने प्रेस को 11:30 बजे का निमंत्रण दिया, लेकिन 12:45 तक न मंत्री पहुंचे, न संवाद। पहुंची तो सिर्फ ‘घड़ी की सूई’ और पत्रकारों की पेशेंस की लिमिट’।
इंतजार करते-करते कुछ पत्रकारों ने तो रिसोर्ट की कुर्सियों को ‘राज्यसभा सीट’ समझ लिया था — क्योंकि वहाँ भी कोई आता नहीं, पर गर्मा-गर्मी बनी रहती है।
पत्रकारों का सब्र टूटा — और खबर बन गई
लगभग सवा घंटे बाद पत्रकारों ने वही किया जो हर जागरूक नागरिक को करना चाहिए — उठे, विरोध किया और कार्यक्रम से बाहर निकल गए। भाजपा पदाधिकारी मनाने आए, लेकिन पत्रकारों ने साफ कहा —
हम प्रेस कांफ्रेंस कवर करने आए हैं, मंत्री की नींद नहीं!
एक वरिष्ठ पत्रकार ने कटाक्ष में कहा —
“यह 11 साल का बेमिसाल शासन है या 11 मिनट का भी ना संभाल पाने वाली पार्टी बैठक?”
दूसरे पत्रकार ने जोड़ दिया —
“सरकार डिजिटल इंडिया की बात करती है, लेकिन खुद अभी भी BSNL की स्पीड से चल रही है।”
समझने वालों के लिए इशारा काफ़ी है... कार्यक्रम के नाम पर पत्रकारों को बुलाना और उन्हें इंतज़ार करवा कर यह उम्मीद करना कि वो ‘विकास की बातों’ को सुनेंगे, ये शायद उन्हीं का सपना हो सकता है जो "मोदी है तो मुमकिन है" में ‘घड़ी’ को शामिल करना भूल गए।
“जो सरकार प्रेस को समय नहीं दे सकती, वो जनता को क्या समय देगी?”
सीहोर की ये घटना पत्रकारिता नहीं, प्रेस की प्रतीक्षा बनकर रह गई — और इस बार खबर बीजेपी ने नहीं, खुद पत्रकारों ने बना दी।

स्टोन क्रेशर उद्योग ठप, जिला एसोसियेशन ने शुरू की अनिश्चितकालीन हड़ताल,
Reporting india - June 12, 2025

सीहोर स्टोन क्रेशर हड़ताल
🚨 सीहोर: स्टोन क्रेशर उद्योग ठप 🚧
जिला एसोसियेशन की अनिश्चितकालीन हड़ताल, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
📢 निर्माण कार्यों पर गहराया संकट

सीहोर जिले के स्टोन क्रेशर उद्योग से जुड़े व्यवसायियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है। जिला स्टोन क्रेशर एसोसियेशन ने सरकार की नई नीतियों के विरोध में सप्लाई और उत्पादन पूरी तरह बंद कर दिया है, जिससे जिले में निर्माण कार्यों पर भी असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है।

एसोसियेशन ने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द मांगें नहीं मानी गईं, तो यह आंदोलन और अधिक उग्र रूप ले सकता है।

"हमारी मांगें जायज़ हैं। अगर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन का रूप और बड़ा होगा।" — स्टोन क्रेशर एसोसियेशन

क्रेशर मालिकों का कहना है कि सरकार की नई खनिज नीतियाँ इस उद्योग को पूरी तरह खत्म कर देंगी। इसके कारण न केवल क्रेशर मालिकों बल्कि उनसे जुड़े सैकड़ों मजदूरों की आजीविका पर संकट आ गया है।

एसोसियेशन ने कहा कि उद्योग पहले से ही आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहा है और अब नए नियमों ने व्यवसाय को अव्यवहारिक और घाटे का सौदा बना दिया है। इसीलिए मजबूर होकर उन्हें हड़ताल का रास्ता अपनाना पड़ा।

प्रभावित क्षेत्रों में सप्लाई बंद होने से सरकारी निर्माण कार्य, निजी भवन निर्माण, सड़क परियोजनाएं सब कुछ ठप होने की आशंका है।

📍 प्रशासन के सामने चुनौती: कैसे बहाल होगा संतुलन?

स्थानीय प्रशासन ने ज्ञापन प्राप्त कर स्थिति की जानकारी शासन तक भेजने की बात कही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है।

जिला प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन गया है कि वह निर्माण कार्यों को प्रभावित होने से कैसे रोके और उद्योग से जुड़े लोगों की मांगों का समाधान कैसे करे।

जनाब हनीफ खान जिला सहकारी बैंक मर्यादित सीहोर की ओर से ईद-उल-अजहा मुबारकबाद
Reporting india - June 06, 2025

ईद-उल-अजहा मुबारकबाद
जनाब हनीफ खान की ओर से ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद
तहे दिल से मुबारकबाद • कुर्बानी का पैग़ाम • अमन व भाईचारा • ईद मुबारक •

जनाब हनीफ खान, जिला सहकारी मर्यादित बैंक सीहोर की ओर से आप सभी को ईद-उल-अजहा की तहे दिल से मुबारकबाद पेश करते हैं।

ईद-उल-अजहा, जिसे ईद-ए-कुर्बां भी कहा जाता है, इस्लाम धर्म की सबसे बड़ी और पाक तीज़ है, जो हमें कुर्बानी, त्याग और इंसानियत की राह पर चलने का पैगाम देती है। यह पर्व हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम की उस अज़ीम कुर्बानी की याद दिलाता है, जिसमें उन्होंने अल्लाह के हुक्म पर अपने सबसे प्यारे बेटे को कुर्बान करने का जज़्बा दिखाया।

आज भी यह दिन हमें यह सिखाता है कि अल्लाह की राह में जब हम अपने स्वार्थ, नफ़रत और अहंकार की कुर्बानी देते हैं, तभी असली ईमान और इंसानियत की पहचान होती है।

जनाब हनीफ खान की ओर से दुआ है कि यह मुकद्दस पर्व आपके जीवन में खुशहाली, अमन और भाईचारे की रौशनी लेकर आए। हर घर में बरकत हो, हर दिल में मोहब्बत हो और हर रिश्ते में मजबूती आए।

ईद-उल-अजहा की ढेर सारी शुभकामनाएं,
आपको और आपके परिवार को ईद मुबारक!

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