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पंचायत सचिवों ने सौंपा ज्ञापन
🔴 पंचायत सचिवों ने अपनी मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन, सरकार से शीघ्र समाधान की अपील 🔴

पंचायत सचिवों ने अपनी मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन

कहा- समस्याओं का शीघ्र समाधान करें सरकार

सीहोर।
मध्यप्रदेश पंचायत सचिव संयुक्त मोर्चा के बैनर तले पंचायत सचिवों ने अपनी लंबे समय से लंबित मांगों और ज्वलंत समस्याओं को लेकर जिला कलेक्टर सीहोर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में पंचायत सचिवों ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए सरकार से मांग की कि उन्हें सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए और विभिन्न सुविधाओं का लाभ दिया जाए।

ज्ञापन में मुख्य मांगें इस प्रकार हैं:

  • 1. शासकीयकरण की माँग: प्रदेश के लगभग 23,000 पंचायत सचिव वर्षों से संविदा पद पर कार्य कर रहे हैं। पंचायतों के प्रशासनिक ढांचे की रीढ़ बन चुके इन सचिवों ने मांग की है कि उन्हें स्थायी शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए।
  • 2. समयमान वेतनमान: पंचायती राज विभाग के कर्मचारियों की तरह पंचायत सचिवों को भी समयमान वेतनमान का लाभ मिलना चाहिए। वर्षों की सेवा के बाद भी इन्हें वेतन वृद्धि का लाभ नहीं मिल रहा।
  • 3. प्रोत्साहन राशि व निर्माण कार्य प्रभार: सचिवों ने बताया कि उन्हें मनरेगा और पंचायत निर्माण कार्यों के लिए निर्धारित ₹2500 की प्रोत्साहन राशि नियमित रूप से प्राप्त नहीं हो रही है। साथ ही ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य की जिम्मेदारी भी उन्हें ही दी जाती है।
  • 4. गृह भाड़ा भत्ता: जो सचिव अन्य जिलों की पंचायतों में पदस्थ हैं, उन्हें गृह भाड़ा भत्ता प्रदान किया जाए क्योंकि वे अपने गृह स्थान से दूर सेवा दे रहे हैं।
  • 5. वेतन भुगतान में विलंब: सचिवों को कई बार वेतन तीन-तीन महीने तक नहीं मिल पाता। विभाग द्वारा एक तारीख को वेतन भुगतान सुनिश्चित कराने के निर्देश जारी किए जाएं।
  • 6. दुर्घटना बीमा योजना: पंचायत सचिवों के लिए ₹5 लाख की दुर्घटना बीमा योजना लागू करने की मांग की गई है।
  • 7. अनुकंपा नियुक्ति: पूर्व में मृत पंचायत सचिवों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिली है। मोर्चा ने आग्रह किया है कि इस संबंध में नीति बनाई जाए।
  • 8. सेवा समाप्ति एवं पेंशन संबंधी माँग: पंचायत सचिवों को सेवानिवृत्ति के पश्चात पेंशन, ग्रैच्युटी और अन्य लाभ दिए जाएं। 3 लाख रुपये की एकमुश्त सम्मान राशि की भी माँग की गई है।

संघ ने यह भी अनुरोध किया है कि आयुष्मान पोर्टल पर पंचायत सचिवों को सूचीबद्ध कर उनके व उनके परिजनों को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जाए।

👉 1500 करोड़ के हाईवे निर्माण में भारी गड़बड़ी का आरोप
👉 कांग्रेस ने NHAI की निर्माण कंपनी पर लगाया घटिया निर्माण का आरोप
👉 जिलाध्यक्ष बोले – भाजपा का बड़ा नेता इस घोटाले में शामिल
👉 प्रशासन पर मूकदर्शक बने रहने का आरोप
👉 महामहिम राष्ट्रपति के नाम सौंपा गया ज्ञापन
श्योपुर हाईवे घोटाले पर कांग्रेस का हंगामा
🔴 ब्रेकिंग न्यूज़: 1500 करोड़ के हाईवे घोटाले पर गरजी कांग्रेस, भाजपा नेता पर गंभीर आरोप, श्योपुर में सड़क पर उतरे कार्यकर्ता 🔴
1500 करोड़ के हाईवे घोटाले पर गरजी कांग्रेस! – श्योपुर में सड़क पर उतरे कार्यकर्ता, भाजपा के बड़े नेता पर लगाए गंभीर आरोप

श्योपुर | ब्रेकिंग न्यूज़ |
श्योपुर शहर में नेशनल हाइवे के घटिया निर्माण को लेकर सियासी बवाल मच गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की निर्माण कंपनी पर सड़क निर्माण में भारी भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतर आई।

पाली रोड स्थित सेंट पायस स्कूल के सामने कांग्रेस जिलाध्यक्ष अतुल चौहान के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जमकर धरना और विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस का आरोप है कि करीब 1500 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे हाईवे में बड़े पैमाने पर घटिया सामग्री का इस्तेमाल हो रहा है और निर्माण में मनमानी की जा रही है।

मौके पर सूचना मिलते ही पहुंचे एसडीएम बीएस श्रीवास्तव को कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने सड़क और नाले के निर्माण में हो रही अनियमितताओं से अवगत कराया और साफ आरोप लगाया कि —

"इस घोटाले में भाजपा के एक बड़े नेता या मंत्री की मिलीभगत है, इसलिए प्रशासन चुप बैठा है।"

कांग्रेस ने इस पूरे प्रकरण को देश के राष्ट्रपति तक पहुँचाने का ऐलान करते हुए महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन भी एसडीएम को सौंपा।

👉 मुख्य बातें:
  • 1500 करोड़ के हाईवे निर्माण में भारी गड़बड़ी का आरोप
  • कांग्रेस ने NHAI की निर्माण कंपनी पर लगाया घटिया निर्माण का आरोप
  • जिलाध्यक्ष बोले – भाजपा का बड़ा नेता इस घोटाले में शामिल
  • प्रशासन पर मूकदर्शक बने रहने का आरोप
  • महामहिम राष्ट्रपति के नाम सौंपा गया ज्ञापन
अमिताभ की आवाज से परेशान पूर्व विधायक
🔴 ब्रेकिंग न्यूज़: ‘सावधान!’ सुन-सुनकर परेशान पूर्व विधायक ने केंद्रीय मंत्री से कहा – “अमिताभ बच्चन की आवाज बंद कराओ!” 🔴

‘सावधान!’ सुन-सुनकर परेशान विधायक ने कहा – अमिताभ को चुप कराओ!

सदी के महानायक की आवाज से शुरू हुई कॉल की बहस, केंद्रीय मंत्री सिंधिया को सौंपा गया ज्ञापन

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की भारी-भरकम आवाज ने फिल्मों में तो करोड़ों दिलों को जीत लिया, लेकिन अब यही आवाज मोबाइल कॉल पर कुछ नेताओं की नींद उड़ाने लगी है!

ताजा मामला इंदौर से है, जहां बीजेपी के पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता जी साइबर क्राइम से कम और 'साइबर वॉइस' से ज़्यादा परेशान हो गए हैं। उनके अनुसार, जब भी किसी को फोन लगाया जाता है, "सावधान रहें! साइबर अपराध से बचें..." कहते हुए महानायक की गंभीर आवाज गूंजती है – और बस वहीं से शुरू होता है उनका सिरदर्द।

क्या जरूरत है इतना भारी आवाज में डराने की?

पूर्व विधायक जी का सवाल वाजिब है – कॉल करने से पहले ही ऐसा लगने लगता है जैसे कोई अपराधी हमें पकड़ने आ रहा हो। उन्होंने यह मुद्दा अब सीधे केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के दरबार में रख दिया है।

इंदौर में स्वच्छता की समीक्षा बैठक के बाद सुदर्शन गुप्ता जी ने केंद्रीय मंत्री को एक ज्ञापन सौंपा – नहीं-नहीं, ये कोई मामूली ज्ञापन नहीं था! इसमें मांग की गई कि "अमिताभ बच्चन की साइबर चेतावनी वाली आवाज को तुरंत बंद करवाया जाए।"

ज्ञापन सौंपने का अंदाज़ भी कुछ फिल्मी था – मंत्री सिंधिया जी ने ज्ञापन को अपने कंधे पर रखा, फिर उस पर सिग्नेचर ठोंके और तुरंत विभाग को फॉरवर्ड कर दिया। मानो कह रहे हों – "ये जो दर्द है, ये आवाज का दर्द है..."

पूर्व विधायक जी ने शिकायत में साफ कहा कि:

  • कॉल करने में देरी होती है,
  • कई बार कॉल कनेक्ट नहीं हो पाता,
  • और अमिताभ की आवाज सुनते-सुनते तो कॉल करने का मन ही बदल जाता है।

अब सवाल ये उठता है कि क्या बच्चन साहब की आवाज ही हमारी टेली-कम्युनिकेशन समस्या की जड़ है? क्या कॉल ड्रॉप का इलाज आवाज बदलना है?

और अगर बच्चन साहब की आवाज हटेगी तो फिर किसकी लगेगी?
क्या शक्ति कपूर की “Aaaooo…”,
या रजनीकांत का “Style-lu!
या फिर मुन्ना भाई का “Tension नॉट लेने का रे बाबू…”?

जनता कन्फ्यूज है, टेलीकॉम विभाग सन्न है, और अमिताभ बच्चन फिलहाल चुप हैं।

इस पूरे घटनाक्रम ने सोशल मीडिया पर भी खूब फॉल-ट्रैफिक बटोरी है। एक यूज़र ने मजाक में लिखा –

अब मोबाइल में बच्चन नहीं बजेंगे, तो क्या शर्मा जी की रिंगटोन सुनें?

वहीं एक अन्य ने तो सुझाव भी दे डाला –

कॉल से पहले अनुपम खेर की मोटिवेशनल स्पीच या आलोक नाथ का आशीर्वाद सुनवा दो!

फिलहाल, केंद्रीय मंत्री सिंधिया जी ने "आवाज बंद कराने" का आश्वासन देकर पूर्व विधायक की पीड़ा को थोड़ी राहत जरूर दी है। लेकिन टेलीकॉम सिस्टम से "बच्चन हटाओ" आंदोलन कितनी दूर जाएगा, यह आने वाला समय बताएगा।

तब तक कॉल करने से पहले तैयार रहिए – कहीं सदी के महानायक फिर से न गूंज उठें…!


  

ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझी,सतकुंडा जंगल में मिली युवती की लाश का राज़ खुला – प्रेमी ने ही की थी खौफनाक हत्या!


  सीहोर थाना बुदनी से बड़ी सनसनीखेज खबर सामने आई है तीन दिन पुरानी महिला की लाश मिलने से हड़कंप मचा था, लेकिन बुदनी पुलिस ने इस रहस्य से पर्दा उठा दिया है। अज्ञात महिला की हत्या के इस ब्लाइंड केस को महज कुछ ही दिनों में सुलझाकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।



15 जून को बुदनी के सतकुंडा के घने जंगलों में एक अज्ञात युवती की सड़ी-गली लाश मिलने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। शव की हालत देखकर अंदाज़ा लगाया गया कि उसकी हत्या धारदार हथियार से की गई है।


पुलिस टीम ने आसपास के जिलों में दर्ज गुमशुदगी की रिपोर्टों से शव की पहचान करने की कोशिश की। आखिरकार बैतूल जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र की गुमशुदा युवती अंकिता पिता सुरेश पाटिल, उम्र 21 वर्ष के रूप में शिनाख्त हुई।


परिजनों ने बताया कि अंकिता पिछले कुछ समय से कृष्णकांत उर्फ छोटू निवासी गुरगुंदा के संपर्क में थी, और वो शादी का दबाव बना रही थी।


 

पूछताछ में कृष्णकांत ने जो खुलासा किया, वह दिल दहला देने वाला था। उसने बताया कि वह शादी के दबाव से परेशान था। उसने अंकिता को शादी के बहाने बुलाया और उसे सतकुंडा के सुनसान जंगलों में ले जाकर पत्थर और छुरी से कई बार वार कर उसकी निर्मम हत्या कर दी।


 सबूत भी हुए बरामद – आरोपी गिरफ्तार

घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, खून से सनी छुरी, अंकिता का मोबाइल और अन्य दस्तावेज भी जब्त कर लिए गए हैं।

आरोपी कृष्णकांत उर्फ देव (उम्र 23 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया।



वॉशिंगटन/तेहरान।

मध्य पूर्व में तनाव एक बार फिर अपने चरम पर है। ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर हुए कथित अमेरिकी हमलों के बाद अब अमेरिका की ओर से खुली चेतावनी सामने आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका ने ईरान को अल्टीमेटम दे दिया है – अगर अयातुल्ला खामेनेई नहीं माने, तो और भी बड़े हमले होंगे।

तीन परमाणु साइट्स पर हमला – बड़ा सैन्य एक्शन?

वीडियो में दावा किया गया है कि अमेरिका ने ईरान की फ़ोर्डो, नतांज और इस्फ़हान जैसी रणनीतिक न्यूक्लियर साइट्स को निशाना बनाया। यह हमले सटीक तरीके से ड्रोन और मिसाइल के ज़रिए किए गए, जिनका उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकना बताया जा रहा है।

खामेनेई को चेतावनी: “अब बहुत हो चुका है!”

अमेरिका के रुख में अब कोई नरमी नहीं दिखाई दे रही। वीडियो विश्लेषण के अनुसार, अमेरिकी खुफिया तंत्र और सुरक्षा सलाहकारों ने ईरान को यह स्पष्ट संकेत दिया है कि यदि ईरान परमाणु हथियारों की दिशा में अपने कदम नहीं रोकता, तो आगे और भी अधिक विनाशकारी हमले हो सकते हैं।

मुस्लिम देशों में चिंता, इज़राइल की प्रतिक्रिया का इंतज़ार

ईरान पर हमले की ख़बरों के बाद मध्यपूर्व में तनाव की लहर दौड़ गई है। सऊदी अरब, इराक, क़तर जैसे देशों में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। वहीं इज़राइल की ओर से कोई औपचारिक बयान नहीं आया है, लेकिन उसके सैन्य हलकों में हलचल देखी जा रही है।

क्या यह तीसरे विश्वयुद्ध की आहट है?

राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर यह हमला आधिकारिक तौर पर पुष्टि पाता है, तो यह संघर्ष सीधे तौर पर ईरान बनाम अमेरिका-इज़राइल गुट में बदल सकता है। खाड़ी देश इस स्थिति से सबसे ज़्यादा प्रभावित हो सकते हैं।

भारत की प्रतिक्रिया पर सबकी नजरें

भारत सरकार ने अभी तक इस घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, विदेश मंत्रालय सतर्क है और कूटनीतिक स्तर पर पूरी स्थिति की निगरानी कर रहा है। भारत की ऊर्जा सुरक्षा भी

 इस पूरे मामले से प्रभावित हो सकती है।



 ईरान पर अमेरिका का हमला? ट्रंप का बड़ा खुलासा, मुस्लिम देशों में मचा हड़कंप!

मध्य पूर्व में फिर से तनाव की आहट, अमेरिकी हमले की आशंका से ईरान और उसके पड़ोसी देशों की नींद उड़ी हुई है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक बड़े खुलासे के बाद पूरे मुस्लिम विश्व में हलचल मच गई है।

क्या हुआ है मामला?

सूत्रों के अनुसार, ईरान की एक कथित न्यूक्लियर साइट पर हाल ही में एयर स्ट्राइक की खबरें सामने आई हैं। इस हमले के पीछे अमेरिका का हाथ होने का दावा किया जा रहा है। हालांकि आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और सैटेलाइट फुटेज इस ओर इशारा कर रहे हैं कि टारगेट एक संवेदनशील परमाणु सुविधा थी।

ट्रंप का चौंकाने वाला बयान

इस पूरे घटनाक्रम के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने इस तरह की कार्रवाई को "जरूरी और रणनीतिक" बताया है। ट्रंप ने कहा कि "ईरान को न्यूक्लियर बम तक पहुंचने से रोकना अब समय की मांग है, चाहे इसके लिए जो भी कदम उठाना पड़े।"

ट्रंप के इस बयान के बाद कूटनीतिक हलकों में हलचल बढ़ गई है।

मुस्लिम देशों की चिंता

ट्रंप की टिप्पणी और ईरान पर हुए हमले की खबरों से मध्य पूर्व के मुस्लिम देशों में बेचैनी फैल गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटनाक्रम से पूरे इलाके में तनाव और संघर्ष की नई लहर उठ सकती है। खासकर सऊदी अरब, तुर्की और पाकिस्तान जैसे देश सुरक्षा को लेकर सतर्क हो गए हैं।

क्या यह नया युद्ध शुरू होने की आहट है?

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घटनाक्रम ईरान बनाम अमेरिका-इजराइल संघर्ष को फिर से सतह पर ला सकता है। पहले से ही इजराइल और ईरान के रिश्तों में तल्खी है, और अब अमेरिका की कथित संलिप्तता स्थिति को और जटिल बना रही है।

अब आगे क्या?

ईरान की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक जवाब नहीं आया है, लेकिन अटकलें हैं कि ईरान इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठा सकता है। यदि ईरान की प्रतिक्रिया आक्रामक होती है, तो यह संघर्ष व्यापक रूप ले सकता है।

नजरे अब ईरान की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं। क्या यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई थी या 

भविष्य की बड़ी जंग की शुरुआत?



इंदौर | रिपोर्टिंग डेस्क

इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक और दिल दहला देने वाला खुलासा हुआ है। पति की हत्या की साजिश रचने वाली पत्नी सोनम रघुवंशी, न केवल अपने प्रेमी राज कुशवाह के साथ मिलकर इस खौफनाक वारदात को अंजाम देने की दोषी है, बल्कि उसके क्रूर इरादों की गहराई का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह राजा की अर्थी पर उसके मां-बाप के विलाप को भी मोबाइल पर सुनती रही।

 हत्या की प्लानिंग हनीमून पर!

29 वर्षीय राजा रघुवंशी ने 11 मई को सोनम से शादी की थी। 20 मई को दोनों हनीमून के लिए कामाख्या मंदिर दर्शन हेतु इंदौर से रवाना हुए। लेकिन 23 मई को राजा अचानक लापता हो गया, और 2 जून को उसका शव शिलांग की एक खाई में मिला।

 प्रेमी के साथ मिलकर रचा था खौफनाक खेल

शिलांग पुलिस की जांच में सामने आया है कि सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाह के साथ मिलकर राजा को रास्ते से हटाने की साजिश रची थी। हत्या को अंजाम देने के लिए विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को भी साथ जोड़ा गया।


 अर्थी तक की खबरें देती रही "लव स्टोरी"


जांच में चौंकाने वाला मोड़ तब आया, जब पुलिस को पता चला कि राज कुशवाह न सिर्फ सोनम के साथ संपर्क में था, बल्कि राजा रघुवंशी के अंतिम संस्कार तक की हर जानकारी मोबाइल पर सोनम को देता रहा। यहां तक कि जब राजा का शव 4 जून को इंदौर लाया गया, तो राज ही कफन लेकर घर पहुंचा।


वह घर के हर कोने में मौजूद था — फूलों की व्यवस्था कर रहा था, परिजनों को ढाढ़स बंधा रहा था — और वहीं दूसरी तरफ सोनम को फोन पर हर क्षण की रिपोर्टिंग भी कर रहा था।


 सीसीटीवी में भी कैद हुआ राज का ‘नाटक’


अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटा राज, सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गया। वह सफेद कपड़े (कफन) हाथ में लिए राजा के पिता अशोक रघुवंशी के पीछे खड़ा था। अशोक रघुवंशी ने इस दृश्य की पुष्टि करते हुए कहा,

"मैंने कफन उसके हाथ में देखा, तब नहीं जानता था कि यह मेरा बेटा मारने वाला इंसान है।"

 मां की आंखों से छलके आंसू, अब आया सच सामने

राजा की मां उमा रघुवंशी ने भी बयान दिया कि


 "राज के हाथ में सफेद कपड़ा था, मैंने बाद में वीडियो देखा तो पहचान लिया — वही है जिसने मेरी दुनिया उजाड़ दी।"


 23 मई की रात, शिपारा होम स्टे बना कत्लगाह


राजा और सोनम 22 मई को शिलांग के शिपारा होम स्टे में ठहरे थे। 23 मई को रात में राजा को मौत के घाट उतारकर शव को खाई में फेंक दिया गया।

शिलांग पुलिस ने 8-9 जून को सोनम, राज और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार कर हत्या की पूरी साजिश का खुलासा कर दिया।

राजा रघुवंशी की हत्या केवल एक मर्डर केस नहीं है, यह विश्वासघात, लालच और क्रूरता का वो चेहरा है जो रिश्तों के भरोसे को झकझोर देता है। मोबाइल पर लव-अपडेट से लेकर अर्थी तक की लाइव रिपोर्टिंग — यह घटना समाज को सवालों के कटघरे में खड़ा करती है।



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